पटना(बिहार) चौपालसंवाद प्रतिनिधि/दिनांक- 27 मई 2020//बिहार शिक्षक अनुकंपा आश्रित मंच के कोर कमिटी के सदस्यों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षामंत्री कृष्णनंदन वर्मा और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से से रखी अपनी माँग।
बिहार सरकार अनुकंपा पर बहाल होने वाले शिक्षक आश्रितों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। अभी जो नई नियमावली है उसके तहत TET पास को ही नौकरी में रखने का नियम है जबकि धरातल पर ऐसा हो पाना संभव नहीं है।
ऐसे में बिहार शिक्षक अनुकंपा आश्रित मंच के कोर कमिटी के सदस्य मधुरेन्द्र कुमार, मोनू झा, प्रशांत वर्मा, गौरव किशोर, अनिता कुमारी ने कहा कि बिहार सरकार को पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
जिनके बयान एक एक करके आपके समक्ष रखा जाएगा। पूरी खबर को जानने के लिए वीडियो को अंत तक देखें, पसंद आये तो शेयर करें।
बिहार शिक्षक अनुकंपा आश्रित मंच सरकार से यह भी मांग करती है कि –
◆2015 से लंबित सेवा काल मे मृत्यु उपरांत शिक्षको के अनुकंपा आश्रितो के लिए जिस नयी नियमावली का सरकार द्वारा बार बार आश्वासन दिया जा रहा है, सरकार उसे जल्द से जल्द कैबिनेट से पारित करके नयी नियमावली को लागु करे!
●अनुकंपा आश्रितो के प्रति संवेदनशिल बने और अनुकंपा आश्रितो के दर्द को समझे। क्योंकि विगत कई वर्षो से अनुकंपा का लाभ नही मिलने के कारण अनुकंपा आश्रितो की आर्थिक स्थिती काफी दयनिय हो चुकी है!
◆ऐसे में सरकार को नयी नियमावली, जल्द से जल्द लागु करनी चाहिए ताकि अनुकंपा आश्रित को उनका हक मिल सके।
उधर बेतिया से गौरव किशोर बताया कि उनके पिताजी की मृत्यु 2018 मे हो गई थी! जिसकी बाद से उनकी आर्थिक स्थिती इतनी दयनिय है कि वे भूजा बेचने को मजबूर हैं!
उन्होंने बिहार के मुख्यामंत्री और शिक्षा मंत्री से आग्रह है कि उनके दर्द को समझा जाए! घर चलाने की जिम्मदारी तले दबे होने के कारण वे टीइटी और बीएड की तैयारी करे य़ा घर परिवार चलाये? इसिलिये बिहार सरकार को उन अनुकंपा आश्रितों के दर्द को समझने की आवश्यकता है।